नवदीप बीकानेरी बीकाणे रा ख्यातनांव गीतकार अर गायक है। लिखै है - बीकानेरी रॅप सोंग, आधा राइट आधा रोंग लोरा। पण बीकाणे री खास बात जकी वै आज तईं किसे की गाणो में नीं गाई वा है-बिन मांगे गाइड मिळै, मांगे मिळै ना साइड। इण सैर कनै सैं रो इलाज है। जुखाम लागै हजार इलाज अर लास्ट में सस्तोडिय़ो इलाज क सौ ग्राम मोटोड़ा भुजिया खाÓ र बिना पाणी पीयै सिरख ओढ़Ó र सूय जा। दिनूगे पैली जुखोम गायब।
पण साइड रे नेम रो कांई करां? जे साइड लेय र चालणौ हुंवतों तो दिल्ली-कळकत्ते में रेंवता। अठै तो हेलमेट भी अळबत लागै। इण पर साइड लेयर चालणो...रेवण ई दो। अफसरां ने रोजीना निरणै-काळजे गाळां पड़ री है। साइकिलां पाछी निकळ गी है। केवत में कैईजे क बीकाणै में सैं सूं घणी साइकिलां चाल्या करती अेक समै।
फेरुं लोन माथै अेम-80 मिळनी सरू हुई। सरकारी जंवायां नै ओ दायजौ बरगो लाग्यो अर सैर में इसो हाको घाल्यो क दिखै जठै ई ज अेम-80। अेम-80 री पैली फेरी पूनरासर या क कोडमदेसर। सिंदूर रो साखियो अर फेर सै में धुओं काढ़ता चावै जठै। अठीने किक लागतो अर पाटो गूंजतो - काढ़ बाप रौ नॉव।
खैर रात गई बात गई। अबै तो समै घणौ टिपग्यो। सैर में धुवों ही धुवों है। कार जित्ती गळी नीं है पण कोड माथै किण रो जोर। जोर तो सरकार में भी नीं रैयो। कल्लो जी जीत्या कोयनी। सरकार में बीकाणै रो कोई आदमी नीं है। अठीने गोपाळजी अर बठीने बाईसा। दोनूं रो सरकार सूं झोड़। भानी भाई करै तो करै कांईं। हेलमेट तो लगावणों पड़सी।
अेक बेली कोटगेट थाणै आगै झल ग्यो। लाइसेंस मांग्यो तो मोबाइल काढÓर म्हारा नंबर लगायÓ र पुलिस आळै ने इयां देवै जाणै कैवे 'ले कर थारै बाप सूं बात।Ó पुलिस आळौ कैवे कुण है-बोले हरीश बी. शर्मा, भास्कर में पत्रकार। अबै बारी पुलिसजी री। कैवे घणा ईज आवै इस्या भास्कर-पत्रिका आळा। चुपचाप चलाण कटा अर आइंदा सूं हेलमेट लगावण री तेवड़।
रीस चलाण री नीं है। रीस है हरीश सूं उण री बात नीं करण री। 'कईं पछै थू कांयरौ पत्रकार है, अेक पुलिस आळौ थनै जाणै नीं है।Ó म्हनै लागै म्हारी सरकार सारु लायौ अविश्वास प्रस्ताव पास हुयग्यो है। नवदीप रो गाणौ अबार भी चालै है-कूद काळिया गोखे सूं गळी में किन्नो आयौ। म्हने लागै नवदीप किन्ने खातर कूदण री बात करै या क शरम सूं डूब मरण री?
टीकल, परियल अर आंखल किन्ना आभै में सर चुक्या है। राजेश खन्ना री फिल्लम कटी पतंग रा दिन याद आवै। पण अठै तो लोग चावै क किन्नो कटै। लोग लूटण नै त्यार बैठा है। लच्छी बणा सी जकी अलायदी। आ लच्छी तो है जकी आस जगावै। असमानी, पतील, पीळौ अर लाल मंझौ इंदरधनुस ज्यूं सजै। कुण लावै है आज भी सूतायोड़ो मंझौ। बरेली सूं लटायां लेÓर आवणिया दुकान सजावै। लड़त्यां रा कोड राखण्यिा लटाव भरावै। घणखरा रो काम इण सूं इज निकळ जावै। लूट लावै। भर लैवे सादड़ माथै बीसेक हाथ मंझौ अर सार लेवे किन्नो। म्हने लागै इणी कारणै लोग किन्ना अर किन्निया माथै आप रा नॉव लिखावण लाग्या है। कीं तो बेसी हुशियार है-उडावै एसएमएस जकैमे लिखै-बोय काट। म्हे तो सौ टका मानूं क फोरवर्डेड मैसेज री रीत भी बीकाणै सूं इज सरू हुई है। पढ़ो अर आगे करो। घेवर घूमे। सातू घूमे। किन्ना घूमे। मैसेज घूमे।
म्हारो तेल बळै घी घाल, घुड़लौ घूमे छै जी
-हरीश बी. शर्मा
पण साइड रे नेम रो कांई करां? जे साइड लेय र चालणौ हुंवतों तो दिल्ली-कळकत्ते में रेंवता। अठै तो हेलमेट भी अळबत लागै। इण पर साइड लेयर चालणो...रेवण ई दो। अफसरां ने रोजीना निरणै-काळजे गाळां पड़ री है। साइकिलां पाछी निकळ गी है। केवत में कैईजे क बीकाणै में सैं सूं घणी साइकिलां चाल्या करती अेक समै।
फेरुं लोन माथै अेम-80 मिळनी सरू हुई। सरकारी जंवायां नै ओ दायजौ बरगो लाग्यो अर सैर में इसो हाको घाल्यो क दिखै जठै ई ज अेम-80। अेम-80 री पैली फेरी पूनरासर या क कोडमदेसर। सिंदूर रो साखियो अर फेर सै में धुओं काढ़ता चावै जठै। अठीने किक लागतो अर पाटो गूंजतो - काढ़ बाप रौ नॉव।
खैर रात गई बात गई। अबै तो समै घणौ टिपग्यो। सैर में धुवों ही धुवों है। कार जित्ती गळी नीं है पण कोड माथै किण रो जोर। जोर तो सरकार में भी नीं रैयो। कल्लो जी जीत्या कोयनी। सरकार में बीकाणै रो कोई आदमी नीं है। अठीने गोपाळजी अर बठीने बाईसा। दोनूं रो सरकार सूं झोड़। भानी भाई करै तो करै कांईं। हेलमेट तो लगावणों पड़सी।
अेक बेली कोटगेट थाणै आगै झल ग्यो। लाइसेंस मांग्यो तो मोबाइल काढÓर म्हारा नंबर लगायÓ र पुलिस आळै ने इयां देवै जाणै कैवे 'ले कर थारै बाप सूं बात।Ó पुलिस आळौ कैवे कुण है-बोले हरीश बी. शर्मा, भास्कर में पत्रकार। अबै बारी पुलिसजी री। कैवे घणा ईज आवै इस्या भास्कर-पत्रिका आळा। चुपचाप चलाण कटा अर आइंदा सूं हेलमेट लगावण री तेवड़।
रीस चलाण री नीं है। रीस है हरीश सूं उण री बात नीं करण री। 'कईं पछै थू कांयरौ पत्रकार है, अेक पुलिस आळौ थनै जाणै नीं है।Ó म्हनै लागै म्हारी सरकार सारु लायौ अविश्वास प्रस्ताव पास हुयग्यो है। नवदीप रो गाणौ अबार भी चालै है-कूद काळिया गोखे सूं गळी में किन्नो आयौ। म्हने लागै नवदीप किन्ने खातर कूदण री बात करै या क शरम सूं डूब मरण री?
टीकल, परियल अर आंखल किन्ना आभै में सर चुक्या है। राजेश खन्ना री फिल्लम कटी पतंग रा दिन याद आवै। पण अठै तो लोग चावै क किन्नो कटै। लोग लूटण नै त्यार बैठा है। लच्छी बणा सी जकी अलायदी। आ लच्छी तो है जकी आस जगावै। असमानी, पतील, पीळौ अर लाल मंझौ इंदरधनुस ज्यूं सजै। कुण लावै है आज भी सूतायोड़ो मंझौ। बरेली सूं लटायां लेÓर आवणिया दुकान सजावै। लड़त्यां रा कोड राखण्यिा लटाव भरावै। घणखरा रो काम इण सूं इज निकळ जावै। लूट लावै। भर लैवे सादड़ माथै बीसेक हाथ मंझौ अर सार लेवे किन्नो। म्हने लागै इणी कारणै लोग किन्ना अर किन्निया माथै आप रा नॉव लिखावण लाग्या है। कीं तो बेसी हुशियार है-उडावै एसएमएस जकैमे लिखै-बोय काट। म्हे तो सौ टका मानूं क फोरवर्डेड मैसेज री रीत भी बीकाणै सूं इज सरू हुई है। पढ़ो अर आगे करो। घेवर घूमे। सातू घूमे। किन्ना घूमे। मैसेज घूमे।
म्हारो तेल बळै घी घाल, घुड़लौ घूमे छै जी
-हरीश बी. शर्मा